शरीर के आगे भी बहुत कुछ है जीवन में || आचार्य प्रशांत (2019)
2019-12-01
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वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग, पार से उपहार शिविर
१४ सितंबर, २०१९
अद्वैत बोधस्थल, ग्रेटर नॉएडा
प्रसंग:
हमारा शरीर प्रगति क्यों करना चाहता है?
हमारा काम और शरीर का काम अलग कैसे है?
वृत्ति का सामना कैसे करें?
संगीत: मिलिंद दाते